उत्तरप्रदेश के 80 संसदीय क्षेत्रों में से एक बहराइच संसदीय क्षेत्र पर इस समय भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। बीजेपी की फायर ब्रांड दलित नेत्री साध्वी सावित्री बाई फूले, बहराइच संसदीय क्षेत्र का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करती हैं। हालांकि, इस बार वह बीजेपी से तौबा कर कांग्रेस का दामन थाम चुकी हैं और उसी की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। 2011 की जनगणना के आधार पर यदि देखें तो इस संसदीय क्षेत्र की आबादी लगभग 34, 78, 257 लाख है।
सन 1952 के लोकसभा चुनाव से ही यह संसदीय क्षेत्र अस्तित्व में है। पहली बार जब इस सीट पर चुनाव हुए तो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता रफी अहमद किदवई लोकसभा पहुंचे। उसके बाद, सन 1957 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने जोगेंद्र सिंह को यहां से मौका दिया, जो चुनाव जीत गए। फिर 1962 में हुए चुनाव में स्वतंत्र पार्टी के प्रत्याशी कुंवर राम सिंह ने कांग्रेस से यह सीट छीन ली और लोकसभा में दाखिल हुए। फिर 1967 में भारतीय जनसंघ के के के नायर यहां से निर्वाचित हुए।
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